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एक बार फिर लौट सकता है 'पोलियो वायरस' का खतरा, यूपी-महाराष्ट्र में अलर्ट
भारत के लिए स्वास्थ्य से संबंधित एक बुरी खबर है। जी हां, जिस पोलियो वायरस की समाप्ति को लेकर देश निश्चिंत था वही फिर से दश्तक दे सकता है। बता दें कि राजधानी से सटे गाजियाबाद स्थित मेडिकल कंपनी बायॉमेड द्वारा बनाई गई ओरल पोलियो वैक्सीन में टाइप-2 वायरस पाया गया है, जिसे पोलियो कहते हैं।
इस खुलासे के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि पोलियो फिर से दश्तक दे सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि यह वैक्सीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में दोनों राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है।
पोलियो वैक्सीन में प्रतिबंधित टाइप-2 एंटीजन पाए जाने के मामले में शुक्रवार को बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड के एमडी डॉ. एसपी गर्ग को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के निरीक्षक श्रीबाबू की तहरीर पर कंपनी के एमडी डॉ. एसपी गर्ग, बेटे पुनीत गर्ग, पत्नी कविता गर्ग, भाई राजेंद्र प्रसाद गर्ग और उनकी पत्नी कविता गर्ग के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 की धारा 17 ए और बीए 27 ए और 36 एजी के तहत एफआईआर दर्ज की है। उधर, पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद की बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी वर्ष 1995 से केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को पोलियो की वैक्सीन सप्लाई कर रही है। कंपनी वाराणसी, मिर्जापुर और गाजीपुर समेत देश के कई जिलों को सप्लाई करती है। कंपनी ने हाल में मार्च 2018 में सप्लाई की गई थी।
मिर्जापुर में अगस्त 2018 में एक बच्चे के पैर में कमी पाई गई थी। जांच में पता चला कि बच्चे ने दो दिन पूर्व ही पोलियो की खुराक ली थी। चेक कराया तो पोलियो का टाइप-2 एंटीजन पाया गया था। इसके बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने मिर्जापुर और गाजीपुर से बायोमेड द्वारा सप्लाई वैक्सीन का सैंपल लिया।
इसके साथ ही देश के अन्य राज्यों से सैंपल भरकर जांच के लिए हिमाचल स्थित कसौली प्रयोगशाला भेजे गए। जहां से एक सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें टाइप-2 एंटीजन की पुष्टि हुई। आरोप है कि बैच-10 का सैंपल सब स्टैंडर्ड पाया गया, जिसके बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने बृहस्पतिवार रात कविनगर में कंपनी के एमडी व अन्य डायरेक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। शुक्रवार को पुलिस ने डॉ. एसपी गर्ग को सीजेएम कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पोलियो वैक्सीन में प्रतिबंधित टाइप-2 एंटीजन पाए जाने के मामले में शुक्रवार को बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड के एमडी डॉ. एसपी गर्ग को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के निरीक्षक श्रीबाबू की तहरीर पर कंपनी के एमडी डॉ. एसपी गर्ग, बेटे पुनीत गर्ग, पत्नी कविता गर्ग, भाई राजेंद्र प्रसाद गर्ग और उनकी पत्नी कविता गर्ग के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 की धारा 17 ए और बीए 27 ए और 36 एजी के तहत एफआईआर दर्ज की है। उधर, पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद की बायोमेड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी वर्ष 1995 से केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को पोलियो की वैक्सीन सप्लाई कर रही है। कंपनी वाराणसी, मिर्जापुर और गाजीपुर समेत देश के कई जिलों को सप्लाई करती है। कंपनी ने हाल में मार्च 2018 में सप्लाई की गई थी।
मिर्जापुर में अगस्त 2018 में एक बच्चे के पैर में कमी पाई गई थी। जांच में पता चला कि बच्चे ने दो दिन पूर्व ही पोलियो की खुराक ली थी। चेक कराया तो पोलियो का टाइप-2 एंटीजन पाया गया था। इसके बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने मिर्जापुर और गाजीपुर से बायोमेड द्वारा सप्लाई वैक्सीन का सैंपल लिया।
इसके साथ ही देश के अन्य राज्यों से सैंपल भरकर जांच के लिए हिमाचल स्थित कसौली प्रयोगशाला भेजे गए। जहां से एक सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें टाइप-2 एंटीजन की पुष्टि हुई। आरोप है कि बैच-10 का सैंपल सब स्टैंडर्ड पाया गया, जिसके बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने बृहस्पतिवार रात कविनगर में कंपनी के एमडी व अन्य डायरेक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। शुक्रवार को पुलिस ने डॉ. एसपी गर्ग को सीजेएम कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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