सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत में कई लोग मकान और सड़कों पर तंबू तान कर रहने के लिए मजबूर है. इस गरीबी के अलावा भारत में कई ऐसी जगह भी है जहां का हर शख्स करोड़पति है. आपको सुनकर हैरानी होगी लेकिन गुजरात के 1 गांव को करोड़पतियो के गांव के नाम से जाना जाता है. गुजरात के कच्छ में स्थित इस गांव के हर व्यक्ति के अकाउंट में लाखों-करोड़ों की जायदाद है.
गुजरात के कच्छ में स्थित यह बल्दिया गांव बड़े बड़े शहरों को सुविधाओं के मामले में पछाड़ देता है. इस गांव की बड़ी बड़ी बिल्डिंग और शानदार सड़कों से अंदाजा लगाया जा सकता है, कि समृद्धि के स्तर पर यह गांव किस सीढ़ी तक जा चुका है.
आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन करोड़पतियो के इस गांव में एक- आध व्यक्तियों को छोड़कर कोई नहीं रहता. इस गांव के बैंक में पिछले 2 सालों में डेढ़ हजार करोड़ रुपए जमा है तो डाकखानो में भी 500 करोड़ से भी अधिक की रकम जमा है. इस गांव के अधिकतर घर बंद रहते हैं, क्योंकि यहां के निवासियों ने विदेशों में अपना ठिकाना जमा लिया है.
गुजरात के भुज शहर के आसपास के इलाके में ऐसे कई गांव है जहां करोड़पति रहते हैं. इन गाँवो की खुशहाली और समृद्धि के कारण कई बड़े शहरों की चमक फीकी पड़ जाती है. बलिया से कुछ ही दूरी पर स्थित माधापुर गांव भी करोड़पतियो के गांव की सूची में आता है. इस छोटे से गांव में लगभग 9 बैंको की शाखाएं होने के साथ दर्जनों एटीएम भी लगे हुए हैं.
करोड़पतियो के इस गांव के अधिकतर निवासी विदेशों में प्रॉपर्टी खरीद कर रहने लगे हैं. इस गांव में ज्यादातर पटेल बिरादरी के लोग रहते हैं जो आर्थिक रुप से संपन्न है.यहां के निवासी हर साल होलीडे पर दो-तीन महीने के लिए अपने गांव आते हैं.
यहां के लोग अपनी मातृभूमि से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं. इस गांव की विशेषता है कि यहां के नौजवान विदेशों में जाकर खूब पैसा कमाते हैं और जब काम पूरा हो जाता है तो अपने वतन लौट आते हैं. इस गांव में ज्यादातर बुजुर्ग लोग ही रहते हैं, क्योंकि नौजवान काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं.
दरअसल करोड़पतियो का यह गांव कई सालों पहले आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, लेकिन कुछ लोगों ने पहल करते हुए विदेशों में जाकर काम करना शुरू किया. इसी के चलते धीरे-धीरे इन का व्यापार और बेहतर होता गया और इनके पास पैसे आते रहे, जिस कारण आज यह गांव करोड़ पत्तियों की सूची में शामिल है.